राहत इंदौरी की शायरी
ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगेजो हो परदेस में वो किससे रज़ाई मांगे उस की याद आई है […]
ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगेजो हो परदेस में वो किससे रज़ाई मांगे उस की याद आई है […]
एक स्त्री की मौत उसी वक्त हो जाती है ,, 💘जब उसका हमसफ़र अपने वादो से मुकर जाता है। चाँद